कानपुर । मूलगंज चैराहा पर आम दिनों में रोज सुबह दिहाड़ी मजदूर रोजी-रोटी की तलाश में इकट्ठा होते हैं। सुबह 8 बजे चैराहा के चारों ओर पांच या छह मजदूर अलग-अलग काम की चाहत में खड़े मिले। एक मजदूर ने बताया कि 200 रुपए दिन भर की मजदूरी में काम करने को तैयार हू ंपर कोई सफाई का काम तक नहीं करा रहा है। यहां लोग खाना बांटने आते हैं। पुलिस भी खाना बांटती है। पैसा न होने से बुरी हालत है।
रोज मजदूर चैराहा के आसपास की सड़क किनारे फुटपाथ पर सोते हैं। दो दिन से पुलिस ने मेन सड़क से खदेड़ना शुरू कर दिया है। कई मजदूरों को लाठी से पीटकर खदेड़ा गया। गलियों में लेट कर किसी तरह रात काट रहे हैं। गलियों में भी लोग टोकते हैं। कई बार लोग दूसरी जगह लेटने को कहकर भगा देते हैं।